ये काम न करे यूनिवर्सिटी तो कीजिये शिकायत स्मृति ईरानी से

नई दिल्ली। देश के लगभग सभी विश्वविद्यालयों में इम्तहान शुरू होने वाले हैं। यानि सत्र 2015-16 खत्म होने जा रहा है। अब सुनिये अगले सत्र यानि 206-17 के लिये मानव संसाधन मंत्रालय ने कुछ नये नियम जारी किये हैं। अगर आपकी यूनिवर्सिटी में इनमें से किसी एक का भी
पालन नहीं हो तो तुरंत मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी से शिकायत कीजिये.
क्या हैं नये नियम
छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए विश्‍वविद्यालय के संकायों में वरिष्ठ छात्रों और श‍िक्षकों से जुड़ी एक सक्रिय सलाहकार समिति बनायी जाये। एक अधिकारी की नियुक्त‍ि हो, जो छात्रों, स्टाफ और श‍िक्षकों सहित विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों के लिए एक पारदर्शी सक्रिय तंत्र सुनिश्चित करे और किसी भी प्रकार का भेदभाव होने से रोके।
उच्च शिक्षा में किफायती और पारदर्शी पहुंच बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय में में केवल ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया ही हो। उच्च शिक्षा में सकल दाखिला अनुपात को बढ़ाकर 30 फीसदी किया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को प्रवेश मिल सके।
अगर छात्रों की संख्या इंफ्रास्ट्रक्चर को देखते हुए ज्यादा है तो दो पालियों (डबल शिफ्ट) में कक्षाओं की शुरुआत की जाये। कोई भी छात्र भाषायी सीमाओं के कारण उच्‍चतर शिक्षा से वंचित न रहे, विश्‍वविद्यालयों को अंग्रेजी एवं एक भारतीय भाषा में, जो उस राज्‍य में लागू हो, निर्देश सुनिश्चित करना होगा।
छात्रों को सही व्‍यक्तिगत एवं व्‍यावसायिक निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए विशेषज्ञों द्वारा व्‍यापक दिशा-निर्देश एवं परामर्श की एक पेशेवर प्रणाली को क्रियान्वित करना होगा। महिलाओं, छात्रों, कर्मचारियों एवं श‍िक्षकों के लिए एक स्‍वस्‍थ, सुरक्षित एवं अनुकूल कार्य माहौल सुनिश्चित करने के लिए एक अनुकूल शिकायत निवारण तंत्र को संस्‍थागत बनाना एवं मौजूदा प्रणाली को मजबूत करना।
प्रत्‍येक विश्‍वविद्यालय के एक केन्‍द्रीय स्‍थान पर राष्‍ट्रीय ध्‍वज प्रमुखता एवं गर्वपूर्वक फहराया जाये। प्रत्येक विश्वविद्यालय एवं उससे संबद्ध कॉलेजों में कार्य स्थल पर यौन शोषण के विरुद्ध एक कमेटी होना अनिवार्य है.

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