बीबीसी संवाददाता, दिल्ली
गाड़ी को कौन चला रहा था ये एफ़आईआर में स्पष्ट नहीं है, बीबीसी हिंदी से बात करते हुए अभिषेक नागर ने कहा, "स्मृति जी कार से उतरीं, मेरी बहन उनके आगे गिड़गिड़ाती रही लेकिन वो नहीं रूकीं बल्कि नज़रअंदाज़ करके आगे बढ़ गईं, अभिषेक ने कहा, "इतनी बड़ी मंत्री होने के बावजूद उन्होंने कुछ नहीं किया. एक अज्ञात व्यक्ति जो कार से गुज़र रहे थे, उन्होंने मुझे हादसे की जानकारी फ़ोन करके दी, उन्होंने ही पुलिस और एंबुलेंस को बुलाया.
इस पूरे प्रकरण पर स्मृति इरानी ने कई ट्वीट किए. सबसे पहले ट्वीट में स्मृति ने कहा, "जो लोग मेरे हादसे के बारे में जानना चाहते हैं. मैं ठीक हूँ. आपकी दुआओं के लिए शुक्रिया."
स्मृति ने अपने ट्वीट में घायलों की मदद करने वाले मनोज चोपड़ा और उनकी पत्नी का ज़िक्र करते हुए उनका शुक्रिया भी अदा किया.
लेकिन अभिषेक का आरोप है कि उनके पिता को मंत्री के काफ़िले में ही शामिल कार ने टक्कर मारी थी और मंत्री को वहां रुकना चाहिए था.
अभिषेक कहते हैं, "स्मृति जी ने ट्वीट किया और बताया कि मैं सुरक्षित हूँ. वो सुरक्षित हैं, तो हम भी तो इंसान हैं, हमारे पास तो कुछ भी नहीं हैं. पापा ही कमाने वाले थे अब वो नहीं हैं. अब हम क्या करेंगे ?
डॉक्टर रमेश नागर अपनी बेटी और एक भतीजे के साथ शादी समारोह में शामिल होने के लिए मोटरसाइकिल से जा रहे थे.
साभार- बीबीसी
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