
आरोपी का नाम अजीत चौधरी बताया गया है, वह सेना में नियुक्त है, शिकायत के अनुसार अजीत नशे की हालत में शुक्रवार रात करीब 11 बजे पीड़िता के घर पहुंचा और वहां
उसने हंगामा किया, पीड़िता की भाभी ने बताया, डर कर मेरे ससुर ने पड़ोसियों को बुला लिया, अजीत पर आरोप है कि वह पीड़िता को घसीटकर छत पर ले गया और वहां उसके साथ बलात्कार किया.
अब सोचो जिसके दिमाग़ मैं हवस भरी हो क्या वो इंसान देश ओर समाज की सेवा कर सकता है, इस घटना से साफ़ है कि ऐसे लोगों के चेहरे को जनता के सामने लाकर मालूम करना चाहिए कि उसने वर्दी की शान मैं कहां कहां बटटा लगाया है कहां कहां जुर्म किया है?
पीड़िता की भाभी के मुताबिक, जब हम लोग शनिवार सुबह पुलिस में शिकायत दर्ज कराने गए, तब पुलिस ने एफ़ आई आर लिखने से इनकार कर दिया, मेरी ननद को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया है, इलाके के एसपी अरुण सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है.
अब हमेशा की तरहां यहां भी ये सवाल पैदा होता है कि पुलिस पीड़ितों को न्याय देने मैं या अपराधियों के ख़िलाफ़ मामले को दर्ज करने मैं आनाकानी क्यूं करती है, क्यूं हमेशा ही पीड़ितों को पुलिस के सामने अपने ऊपर हुए ज़ुल्म के लिए गिगिड़ाना पड़ता है क्या ये पुलिस नीतियां अपराध ओर अपराधी को बढ़ावा देने वाली नहीं हैं?
जवाब एक ही है हमेशा की तरहां मेरा पहले तो सब कानून ग़रीब ओर मज़लूमों के लिए हैं, दूसरे इस तरहां के आचरण से जहां कमाई होती है वहीं सरकार की नीति अपराध को कम दिखाने की ऐसे अफ़सरों की ढाल है....
Comments
Post a Comment
शुक्रिया दोस्तों आपने अपने कीमती वक़्त से हमको नवाज़ा, हमारी कोशिश यही रहती कि आपको सच से सामना कराया जाये.
हमारा ईमेल - news@nbtvindia.com/ editor@nbtvindia.com