दोस्तों आज सैफ़ी पोस्ट का दूसरा अंक आपकी मुहब्बतों के साथ आपके हाथों मैं है ओर हमको पूरा यक़ीन है अपने पाक परवरदिगार की पाक ज़ात के साथ अपने समाज ओर क़बीले के लोगों पर भी कि आपकी मुहब्बत हमको यूं ही मिलती रहेगी ओर हम क्या कर सकते हैं जब हम एक हो जायें ये भी हम दुनियां को दिखा देंगे- एस एम फ़रीद भारतीय
सबसे पहले मैं उन सभी हज़रात का शुक्रिया अदा करना चाहता हुँ जो सैफ़ी पोस्ट के प्रोग्राम मैंं हाज़िर नहीं हो सके लेकिन उनकी दुआऐं हमारे हौसले को बढ़ा रही थी, उनका शुक्रिया
अदा कर मैं छोटा नहीं बनाना चाहते जो अपना क़ीमती वक़्त देकर इस प्रोग्राम मैं हाज़िर हुए- एम मस्लिम सैफ़ीप्रोग्राम के साथ सैफ़ी पोस्ट की शुरूआत करते हुए पार्षद ताहिर सैफ़ी साहब ने कहा कि हमको अपने दिलों से नफ़रत को निकालकर फैंकना होगा तभी समाज आगे बढ़ेगा ओर आज मैं सबसे पहले अपनी नफ़रतों को दिलसे बाहर निकालता हुँ.
वहीं अलीमुद्दीन सैफ़ी साहब ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मैं ताहिर भाई की बात से इत्तेफ़ाक़ करता हुँ.
भाजपा नेता एम वसीम सैफ़ी ने कहा कि हमको अपने को बदलना चाहिए समाज अपने आप बदल जायेगा, साथ ही सैफ़ी पोस्ट की शुरूआत एक बड़ा क़दम है ये रूक ना पाये इसलिए हमको इसके फ़ाउंडर मुस्लिम सैफ़ी के हौंसले की दाद देने के साथ पूरी मदद करनी चाहिए.
अख़लाक़ सैफ़ी ने कहा कि हमको अपने बच्चों के साथ अपने पड़ोसियों के कम से कम एक पड़ोसी के बच्चे को पढ़ाने की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए, क्यूंकि आज अपने काम के लिए भी बच्चे को पढ़ाना ज़रूरी है जिससे हम किसी के मौहताज ना रहें.
परवेज़ सैफ़ी ने कहा कि हमको जो भी करना है वो एक होकर अपनी सारी ग़लतफ़हमियों को दूर करके करना है, जब अपना खाना अपना कमाना है तब आपसी लाड़ाई झगड़ों से क्या फ़ायदा.
खुर्जा से गये इरफ़ान सैफ़ी ने भी सभी की बातों से इत्तेफ़ाक़ जताते हुए सैफ़ी पोस्ट ओर सैफ़ी समाज के साथ मिलकर चलने का वचन दिया ओर सैफ़ी पोस्ट को दिली मुबारकबाद दी.
सैफ़ी पोस्ट के संपादक इरशाद सैफ़ी ने अपने अल्फ़ाज़ों से सभी का दिल जीत लिया उन्होंने कहा कि हमको अपने समाज को एक करने लिए तन मन धन के साथ जान की बाज़ी भी लगानी पड़ी तो हम लगायेंगे हमको अपने समाज ओर क़बीले के लिए एक होने के साथ फ़िक्रमंद होकर काम करना है.
गुलज़ार साहब ने भी अपने ख़्यालों का इज़हार करते हुए सैफ़ी समाज मैं बढ़ती शिक्षा ओर अच्छे रहनसहन पर ख़ुशी जाहिर की वहीं सैफ़ी पोस्ट को लोगों की बात करने कहने सुनने का ज़रिया भी बताया.
सैफ़ी पोस्ट के आईटी हेड सम्पादक ने अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि हमको अभी बहुत सी परेशानियों का सामना करना होगा, हमको घबराना बिल्कुल भी नहीं है क्यूंकि कोई भी परेशानी बड़ी नहीं होती ओर ना ही हमेशा के लिए होती है, हम मिलकर बड़ी से बड़ी परेशानी का सामना कर सकते हैं.
अकबर सैफ़ी ने कहा कि हम जब तक एक नहीं होंगे तब तक हम कामयाब नहीं होंगे, राजनीति ना तो हमारे ख़ून मैं है ओर ना ही हम राजनीति मैं आना चाहते हैं, जबकि ये सही सोच नहीं है.
सैफ़ी पोस्ट प्रोग्राम की सदारत हाफ़िज़ मुईनुद्दीन सैफ़ी साहब ने क़ुरआन की तिलावत के साथ की ओर आख़िर मैं दुआ कराते हुए कहा कि ये एक ऐसा मौका है जब हम अपनी आन बान ओर शान को आगे बढ़ाने के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं, हमे एक होकर नेक नियत से काम करना होगा, प्रोग्राम का संचालन प्रधान सम्पादक एसएम फ़रीद भारतीय ने किया.
सैफ़ी पोस्ट की ख़ुशी के मौके पर सिकंदर सैफ़ी, परवेज़ सैफ़ी, फ़ैज़ सैफ़ी, असलम सैफ़ी, युसुफ़ सैफ़ी, इकराम सैफ़ी, गुलज़ार सैफ़ी, दिलशाद सैफ़ी, मुईनुद्दीन सैफ़ी, शकील सैफ़ी, फ़राज़ सैफ़ी ओर राहुल वगेरा हज़रात हाज़िर रहे ओर अपनी दुआओं से नवाज़ा.
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शुक्रिया दोस्तों आपने अपने कीमती वक़्त से हमको नवाज़ा, हमारी कोशिश यही रहती कि आपको सच से सामना कराया जाये.
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